बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में रसोई बनेगी, यहां पर प्रतिदिन 1500 से 2200 मरीजों के लिए भोजन तैयार होगा। एम्स जैसी सुविधा के लिए यह व्यवस्था बेहद आवश्यक है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की पहली शर्त यही है कि मरीजों को निश्शुल्क भोजन की व्यवस्था होनी चाहिए।
अस्पताल प्रशासन ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है। टेंडर जारी हो गया है, एक माह में भोजन तैयार करने वाली कंपनी फाइनल की दी जाएगी। हालांकि, प्रोजेक्ट के लिए अभी तक स्थान चयनित नहीं होना चिंता का विषय जरूर है। यहां पर भोजन सात श्रेणी में बनेगा।
विभिन्न विभागोंं में भर्ती होने वाले मरीजों को बीमारी के मुताबिक सुबह और शाम का खाना मिलेगा। दाल, चावल, रोटी, सब्जी, दूध, दही और छाछ के अलावा कई व्यंजन दिए जाएंगे। क्रोनिक किडनी डिजीज, मधुमेह और रक्तचाप समेत कई अन्य बीमारियों के हिसाब से भोजन उपलब्ध होगा। टेंडर का तकनीकी मूल्यांकन हो चुका है। कंपनियों की तरफ से कुछ कमियांं भी मिली हैं, उन्हें ठीक करने का प्रयास चल रहा है।