वाराणसी। महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए वाराणसी नगर निगम नें अपनी तैयारियों को और मजबूत कर लिया है। महापौर अशोक तिवारी नें सोमवार को राजेंद्र प्रसाद घाट पर नए रैन बसेरों का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने नगर निगम की योजनाओं और श्रद्धालुओं के लिए की जा रही व्यवस्थाओं पर प्रकाश डाला।
महापौर नें बताया कि महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए वाराणसी में 10,000 लोगों को ठहराने के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है। इसमें दशाश्वमेध घाट पर तीन, बनारस स्टेशन पर दो, और राजघाट से सामने घाट तक अन्य रैन बसेरे बनाए गए हैं। महापौर नें कहा कि यदि और जगह की जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त रैन बसेरे भी बनाए जाएंगे।
कर्मचारियों नें श्रद्धालुओं से पैसे लिये तो खैर नहीं
महापौर अशोक तिवारी नें अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि काशी आनें वाले किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न हो। यदि कोई कर्मचारी श्रद्धालुओं से पैसे लेता हुआ पाया गया तो उसे तुरंत निलंबित कर कार्रवाई की जाएगी। महापौर नें रजिस्टर चेक करते हुए कर्मचारियों से कहा कि आनें-जाने वाले सभी श्रद्धालुओं की जानकारी, जैसे नाम, आगमन-स्थान, और ठहरने का उद्देश्य, सही तरीके से दर्ज होनी चाहिए।
महाकुंभ के लिए विशेष तैयारी
महापौर नें मीडिया से बातचीत में कहा कि नगर निगम का मुख्य उद्देश्य है कि काशी आनें वाले श्रद्धालु यहां की व्यवस्था और सेवाओं से संतुष्ट होकर जाएं। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि काशी आनें वालों के मन में यहां की संस्कृति और सेवाओं की एक सकारात्मक छवि बने।"
महापौर नें सुविधाओं को परखा
महापौर नें रैन बसेरों में कर्मचारियों से बातचीत कर व्यवस्थाओं की स्थिति का जायजा लिया। पेयजल, स्वच्छता, और अन्य आवश्यक सेवाओं पर जोर दिया गया। महापौर नें कहा कि नगर निगम का लक्ष्य महाकुंभ में आनें वाले श्रद्धालुओं को सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं देना है। हर स्तर पर निगरानी रखी जाएगी, ताकि कोई भी समस्या उत्पन्न न हो।