10 महीने से ठेकों का पेमेंट न होने के चलते वाराणसी जल निगम के ठेकेदार धरने पर बैठे हैं। ठेकेदारों ने निगम के इंजीनियरों को धमकी देते हुए कहा है कि यदि हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो हम लोग शहर के सीवर मेंटेनेंस और ऑपरेशन का काम पूरी तरह से बंद कर देंगे।
1 से 6 जून तक बनारस में गंगा किनारे जो छोटे-छोटे सर्विसेज पंप हैं, उन्हें भी अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर देंगे। यदि शहर में सीवर की समस्या हुई या गंदा पानी सड़कों पर बहे तो हम हाथ नहीं लगाएंगे। और फिर सभी दुर्व्यवस्था और बदहाली की जिम्मेदारी वाराणसी जल निगम की ही होगी। जल निगम के दीनापुर कार्यालय में यह विरोध प्रदर्शन चल रहा है। दीनापुर में वाराणसी का सबसे बड़ा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) है।
कल पकौड़े बचेंगे, परसों बजाएंगे घंटा-घड़ियाल
दीनापुर में 80 और 140 MLD के 2 STP काम कर रहे हैं। इसके पास ही 150 MLD क्षमता की STP निर्माणाधीन है। ठेकेदारों ने कहा वे लोग 3 दिन से धरने पर बैठे हैं। अभी तक उनको सुनने कोई भी नहीं आया। शनिवार को हम लोगों ने चाय बेचने का काम किया है। रविवार को हम लोग पकौड़े तलते हुए और बेचते हुए विरोध करेंगे। सोमवार को घंटा-घड़ियाल लेकर विभागीय अधिकारियों को नींद से जगाएंगे। ठेकेदारों के विरोध सभा में मौजूद सुरेश कुमार ने कहा कि जल निगम प्रशासन के इस लापरवाही की वजह से हम लोग भीख मांगने पर मजबूर हैं। धरना पर सुरेश कुमार, पीसी गुप्ता आदि आदि ठेकेदार रहे।
ठेका अडानी-अंबानी को देने का लगाया आरोप
सुरेश कुमार ने कहा कि एक साजिश के तहत, जल निगम के ठेके अब अडानी-अंबानी को देना चाह रहे हैं। उनके काम और हमारे काम के खर्च का एक साल का हिसाब निकाल लें, यदि उनका खर्च कम है तो फिर जरूर उन कंपनियों को काम दें। यहां के ठेकेदारों को हटाने की प्लानिंग चल रही है। शासकीय इंजीनियर हमारे खिलाफ हैं।