आज आप बीमार हैं तो इलाज कराने BHU अस्पताल आने का रिस्क न लें। वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल के जूनियर रेजिडेंट आज किसी भी समय अपनी ड्यूटी को समाप्त कर हड़ताल पर जा सकते हैं। हजारों की संख्या में ये डॉक्टर आज बांह में काली पट्टी बांधकर अस्पताल परिसर में घूमेंगे। साथ ही शाम को कैंडिल मार्च निकालने की भी सूचना आ रही है।
1 साल बीत जाने के बाद भी NEET-PG परीक्षाओं की कांउसिलिंग आरक्षण विवाद के चलते लटकी हुई है। इन डॉक्टरों का एडमिशन तो हो गया मगर काउंसिलिंग न होने पाने JR की नियुक्ति प्रकिया अभी तक शुरू नहीं सकी है। शुक्रवार को फैसला आया कि सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई 6 जनवरी को करेगा। इसके बाद से देश भर के जूनियर डॉक्टरों ने स्ट्राइक पर जाने का एलान कर दिया।
काउंसिलिंग कराकर जल्द दे पद
IMS-BHU में भी करीब 192 ऐसे डाॅक्टर जो दूसरे साल में प्रवेश कर गए हैं। उन्होंने इस हड़ताल के लिए डायरेक्टर को एक लिखित सूचना दे दी है। आज संभवत: किसी भी वक्त JR अपनी सेवाएं बंद कर सकते हैं। डॉक्टरों ने डायरेक्टर से मांग की है कि NEET-PG 2021 की काउंसलिंग तत्काल कराकर उन्हें सीनियर डॉक्टर की पदवी दी जाए।
प्रशासन ने कहा, इलाज में रूकावट न आए
डॉक्टरों के हड़ताल की सूचना के बाद से पूर्वांचल के एम्स BHU अस्पताल में हड़कंप मच गया है। अगर डॉक्टरों ने काम रोक दिया तो मरीजों की काफी फजीहत हो सकती है। हालांकि BHU अस्पताल प्रशासन प्रतीकात्मक विरोध करने पर ही राजी हुए हैं, जिससे इलाज की प्रक्रिया में कोई भी बाधा न आए। बता दें कि तीसरे साल में JR का कार्यकाल पूरा हो चुका है। जबकि पहले साल वाले अब दूसरे सत्र में आ गए फिर भी नियुक्ति न हो पाने के कारण वे आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। कोर्ट में मामला EWS और OBC आरक्षण के विवाद में लटका है। संस्थान की ओर से 192 सीनियर रेजिडेंट के लिए विज्ञापन जारी किया जा चुका है। इसमें तीनों फैकल्टी माॅडर्न मेडिसिन, आयुर्वेद और दंत चिकित्सा विज्ञान शामिल हैं।