अपने भाषण में उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में पाकिस्तान पर कोई हमला होता है तो पाकिस्तान का रिस्पॉन्स पहले से भी ज्यादा तेज और कड़ा होगा। उन्होंने भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत किसी गलतफहमी में न रहे।
मुनीर ने कहा कि मॉर्डन युद्ध अब साइबरस्पेस, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम, स्पेस, इन्फॉर्मेशन वॉर, AI और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे नए क्षेत्रों तक बढ़ गया है। फोर्सेज को आधुनिक चुनौतियों के मुताबिक खुद को ढालना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांतिपूर्ण राष्ट्र है। किसी को भी इस्लामाबाद की क्षेत्रीय अखंडता या संप्रभुता को परखने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुनीर ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना और नागरिकों के धैर्य और सहनशीलता की तारीफ भी की।
4 दिसंबर को CDF नियुक्त हुए
पाकिस्तान सरकार ने 4 दिसंबर को आसिम मुनीर को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) और चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) नियुक्त किया था। दोनों पदों पर उनका कार्यकाल पांच साल का होगा। नियुक्ति को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने मंजूरी दी थी।
मुनीर पाकिस्तान के पहले सैन्य अधिकारी हैं जो एकसाथ CDF और COAS दोनों पद संभालेंगे। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नियुक्ति की सिफारिश करते हुए राष्ट्रपति को समरी भेजी थी। मुनीर को इसी साल फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया था।
पाकिस्तानी संसद ने 12 नवंबर को सेना की ताकत बढ़ाने वाला 27वां संवैधानिक संशोधन पास किया था। इसके तहत मुनीर को CDF बनाया गया। इस पद के मिलते ही उन्हें पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की कमान भी मिल गई यानी वे देश के सबसे ताकतवर शख्स बन गए हैं।
दरअसल 29 नवंबर 2022 को जनरल आसिम मुनीर को सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था। उनका मूल कार्यकाल तीन साल का था, यानी 28 नवंबर 2025 को खत्म हो गया।