बाहुबली मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को गाजीपुर पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। देर रात पुलिस की टीम ने दारुलशफा स्थित विधायक निवास पर छापा मारकर उमर को हिरासत में लिया। यह आवास उनके बड़े भाई और सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी का है। कार्रवाई के तुरंत बाद उमर को गाजीपुर ले जाया गया।
क्या है मामला?
उमर अंसारी पर आरोप है कि उसने अपनी फरार मां और एक लाख की इनामी अफशां अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर कर अदालत में याचिका दायर की। याचिका का मकसद गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त संपत्ति को छुड़ाना था। दस्तावेजों की जांच में हस्ताक्षर फर्जी पाए गए, जिसके बाद गाजीपुर के मुहम्मदाबाद थाने में एफआईआर दर्ज की गई।
वकील का बचाव और खुलासा
वकील लियाकत अली ने दावा किया कि याचिका अफशां अंसारी ने खुद साइन कर बेटे के जरिए भेजी थी। लेकिन सरकारी अधिवक्ता द्वारा जांच में सामने आया कि दस्तावेजों में हस्ताक्षर मेल नहीं खा रहे थे, और अफशां पहले से ही लुक आउट नोटिस और इनाम की सूची में शामिल हैं।
कोर्ट को गुमराह करने की कोशिश
पुलिस के मुताबिक उमर और उसके वकील ने आपराधिक षड्यंत्र रचते हुए कोर्ट को गुमराह करने की साजिश रची। जल्द ही इस प्रकरण में चार्जशीट दाखिल की जाएगी और अदालत से कठोर कार्रवाई की सिफारिश भी संभव है।
अंसारी परिवार पर दोहरी मार
अब्बास अंसारी पहले ही सजा काटने के बाद जमानत पर बाहर हैं और उनकी विधायकी जा चुकी है। अब उमर की गिरफ्तारी ने अंसारी परिवार की कानूनी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
पुलिस का प्रेस कॉन्फ्रेंस सोमवार को संभावित, जिसमें केस से जुड़ी और जानकारी साझा की जा सकती है।