प्रदेश में सबसे ज्यादा ग्राम पंचायतें देवरिया, आजमगढ़ और चित्रकूट में कम हुई हैं। कुल 512 ग्राम पंचायतें खत्म हुई हैं, जबकि 11 नई पंचायतों का गठन हुआ है। जहां वर्ष 2021 के पंचायत चुनाव में 58195 ग्राम प्रधान चुने गए थे, वहीं अगले साल होने वाले चुनाव में 57694 ग्राम प्रधान बनेंगे। प्रदेश में अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। आरक्षण के निर्धारण से पहले ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन का काम पूरा हो चुका है।
देवरिया का सबसे ज्यादा शहरी विस्तार
शहरी क्षेत्र के विस्तार के कारण देवरिया में 64 ग्राम पंचायतें, आजमगढ़ में 49 और प्रतापगढ़ में 46 ग्राम पंचायतें समाप्त की गई हैं। इसके अलावा अलीगढ़ में 16, अम्बेडकरनगर में 3, अमरोहा में 21 और अयोध्या में 22 ग्राम पंचायतें खत्म हुई हैं।
शहरी क्षेत्र के विस्तार के कारण देवरिया में 64 ग्राम पंचायतें, आजमगढ़ में 49 और प्रतापगढ़ में 46 ग्राम पंचायतें समाप्त की गई हैं। इसके अलावा अलीगढ़ में 16, अम्बेडकरनगर में 3, अमरोहा में 21 और अयोध्या में 22 ग्राम पंचायतें खत्म हुई हैं।