आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार की सुबह सिगरा स्थित कार्यालय में शाखा में हिस्सा लिया। संघ पदाधिकारियों से शाखा विस्तार को लेकर चर्चा की। दलित-पिछड़ों को शाखा में अधिक से अधिक जोड़ने को कहा गया। ग्रामीण क्षेत्रों में शाखा विस्तार के साथ ही इस समाज की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।
अगले साल संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्व करने के उपलक्ष्य में शताब्दी वर्ष मनाने की तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई। इसके बाद वह गाजीपुर में अब्दुल हमीद की जयंती पर होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए रवाना हो गए।
शताब्दी वर्ष के अलावा पूरे साल होने वाले संघ के कार्यक्रमों को लेकर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता बढ़ाते हुए दलित-पिछड़ों के बीच पैठ बनाने को लेकर अभी और अधिक काम करने की जरूरत है।
संघ की शाखाओं का विस्तार और प्रचारकों की संख्या बढ़ाने को लेकर विशेष प्रयास की जरूरत है। दलित बस्तियों में सामाजिक समरसता के कार्यक्रम चलाने, उनकी समस्याओं के समाधान करने पर चर्चा की।
बता दें कि संघ इससे पहले सहभोज के कार्यक्रमों को चला चुका हैं, उन्हें और मजबूती से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि सपा के पीडीए समीकरण को ध्वस्त करने और हिंदुत्व को मजबूत करने की दिशा में संघ ने काम करना शुरू कर दिया है।