मीरजापुर | विगत 4,5 दिनों से सिग्नल विभाग मीरजापुर द्वारा लगातार सिग्नल उपकरणों से छेड़छाड़ और लगभग 55 मीटर केबिल चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई। सूचना को गंभीरता से लेते हुए उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार निरीक्षक के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
दिनांक 27.4.2024 को टीम के सदस्य सहायक उप निरीक्षक अशोक कुमार, कांस्टेबल महताब खान, कांस्टेबल प्रदीप कुमार पाल सुरागरसी पतारसी के दौरान सुरागरसी तीन व्यक्तियों क्रमशः 1 - विक्रम कुमार जोशी(रेल कर्मचारी हेल्पर सिग्नल विभाग प्रयागराज D 2) पुत्र राजकुमार उमर 40 साल निवासी गांव उदपुर पोस्ट हरिपुर जिला जौनपुर 2- अजय कुमार(हेल्पर कार्य विभाग, मीरजापुर) पुत्र स्वर्गीय हरिश्चंद्र उमर 35 वर्ष निवासी गांव बरहा कला थाना मांडा जिला प्रयागराज 3 - सुनील कुमार पुत्र स्वर्गीय बृजलाल उमर 30 वर्ष निवासी गांव नरोइया पंचायत भवन के पास थाना जिगना जनपद मीरजापुर को चोरी के 34 मीटर चोरी की केबिल, उनके पास मौजूद पिट्ठू बैग में चोरी करने में काम आने वाले उपकरण के साथ ओझला पुल रेलवे लाइन के पास से पकड़ा गया। पकड़े गए रेल कर्मचारियों की निशानदेही पर जंगी रोड धर्म कांटा के बगल मीरजापुर कबाड़ी सीताराम की दुकान से लगभग 20 मीटर चोरी की गई सिग्नल केबिल बरामद की गई। कबाडी सीताराम ने पूछताछ करने पर बताया कि इनमें से दो व्यक्तियों ने अपने आप को रेल कर्मचारी बता कर तार बेचा था।
*चोरी करने का तरीका* स्वयं के रेल कर्मचारी होने पर ट्रैक पर कार्य के दौरान दी जाने वाली विशेष जैकेट पहन कर और गले में आई कार्ड लटका कर तारों को चोरी करते थे और विशेष प्रकार से तारों को जोड़ते थे ताकि सिग्नल फेल न हो जिससे चोरी का तुरंत पता न चले और पकड़े नही जाए। तारों को विशेष प्रकार से जोड़ने का कार्य सिग्नल विभाग के हेल्पर द्वारा किया जाता था जो समस्त कार्य प्रणाली को जानता था।
उक्त आरोपियों द्वारा और किस किस जगह ऐसा किया गया है चेक कराया जा रहा है।
पकड़े गए आरोपियों में रेलवे हेल्पर अजय रेलवे समान की चोरी के आरोप में पूर्व में भी जेल जा चुका है।
*निर्मल दुबे ब्यूरो चीफ मिर्जापुर उत्तर प्रदेश।*