सुगम परिवहन में सुखद योगदान के बाद ई-बसें काशी दर्शन को भी सहज बनाएंगी। इसके लिए दो ई-बसें धार्मिक स्थलों की सैर को समर्पित होंगी। ये पर्यटकों को काशी के पौराणिक, ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों का भ्रमण कराएंगी। इससे काशी दर्शन के लिए आने वालों को भाग-दौड़ के साथ समय व धन के अतिव्यय से मुक्ति मिलेगी।
एक ही दिन में चिह्नित विशेष स्थलों का दर्शन भी हो जाएगी। यह सेवा इसी माह से शुरू होने जा रही है। नगरीय परिवहन निदेशालय के सहायक संयुक्त निदेशक अखिलेश कुमार सिंह ने इस संबंध में वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए थे। इसके साथ ही तैयारी शुरू कर दी गई है।
जाम से भी मिलेगी राहत
शहर के चतुर्दिक विकास के साथ सैलानियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। इसे देखते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी टूरिज्म फ्रेंडली बनाया जा रहा है। माना जा रहा है कि पर्यटन के लिए बसों का बेड़ा जरूरत अनुसार बढ़ा कर लोगों को सुविधा देने के साथ शहर को जाम से बचाया जा सकेगा।
कारण यह कि चार वर्षों में पर्यटकों की संख्या आठ गुना तक बढ़ी है। इसके अनुसार ही वाहनों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इससे हर रूट नित्य जाम लग जाता है।
आसपास के जिले भी जोड़े जाएंगे
योजना के तहत नजदीकी जिलों को भी जोड़ा जाएगा। शहर से लगभग 50 से 60 किलो मीटर की दूरी वाले धार्मिक स्थलों को शामिल किया जाएगा ताकि ज्यादा सफर तय करने पर ई-बस में चार्जिंग की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सके। इसे एक बार में सैलानी पूरे दिन के पर्यटन के लिए बुक कर सकेंगे।