उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में हृदय रोग विभागाध्यक्ष रहते डा. समीर सर्राफ को पेसमेकर घोटाले में गिरफ्तार किए जाने के बाद जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे वैसे सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। डा. समीर सर्राफ पेसमेकर लगाने के बाद 24 से 48 घंटे में मरने वाले मरीजों की जांच के नाम पर पेसमेकर निकाल लेते थे।
डॉ. समीर ने मृत मरीजों के भी पेसमेकर निकाल दूसरों को लगा दिए, जांच में सनसनीखेज खुलासा
Pacemaker Scam In UP: डॉ. समीर ने मृत मरीजों के भी पेसमेकर निकाल दूसरों को लगा दिए
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में हृदय रोग विभागाध्यक्ष रहते डा. समीर सर्राफ द्वारा लगभग 600 मरीजों को घटिया पेसमेकर लगाने के मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे सनसनीखेज जानकारियां सामने आ रही हैं। पुलिस की जांच में एक नया तथ्य सामने आया है कि डा. समीर मृत मरीजों के पेसमेकर निकाल कर दूसरे मरीजों को लगा देते थे।
ऐसे ज्यादातर मरीजों ने दम तोड़ दिया। पुलिस की जांच में अब तक 25 से अधिक नाम सामने आ चुके हैं जिनकी मौत घटिया पेसमेकर लगाने के कारण हुई। मरीजों से दोगुणा रुपये लेकर घटिया पेसमेकर लगाने के मामले में गिरफ्तार डा. सर्राफ के कारनामों की जांच कर रहे अधिकारी के अनुसार ऐसे मरीज जिनकी मृत्यु पेसमेकर लगने के 24 से 48 घंटे में हो जाती थी, डा. समीर उनके पेसमेकर जांच के बहाने निकाल कर दूसरे मरीजों को लगा देते थे।