बिहार सरकार की ओर से कराई गई जातीय आधारित गणना की रिपोर्ट सोमवार यानी आज जारी कर दी गई है। बिहार सरकार में अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने यह रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है। साथ ही यह जानकारी भी दी कि कौन सी जाति की कितनी आबादी है।
जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था। बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी एवं दिनांक 02-06-2022 को मंत्रिपरिषद से इसकी स्वीकृति दी गई थी। इसके आधार पर राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराई है। जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है। इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर शीघ्र ही बिहार विधानसभा के उन्हीं 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी तथा जाति आधारित गणना के परिणामों से उन्हें अवगत कराया जाएगा।
बिहार सरकार में अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जातीय आधारित गणना की रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि राज्य में कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा है। इनमें पिछड़ा वर्ग-27.12 फीसदी, अत्यंत पिछड़ा वर्ग-36.01 फीसदी, अनुसूचित जाति-19.65 फीसदी और अनुसूचित जनजाति-1.68 फीसदी हैं, जबकि 15.52 फीसदी आबादी सामान्य वर्ग से आती है।