मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए संसद भवन की तर्ज पर राजधानी में नया और भव्य विधान भवन बनाने के लिए खुले क्षेत्र में कम से कम 200 एकड़ जमीन तलाशने का निर्देश दिया है। नए विधान भवन के लिए कई स्थान सुझाए गए हैं।
इनमें शहर के बीचोंबीच स्थित चिड़ियाघर की जमीन के अलावा वृंदावन योजना, सुल्तानपुर रोड और रायबरेली रोड पर भारतीय गन्ना अनुसंधान परिसर की भूमि शामिल हैं। दारुलशफा और आसपास के क्षेत्र में नया विधान भवन बनाने के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने खारिज कर दिया है।
मुख्यमंत्री के समक्ष रविवार को नए विधान भवन बनाने के प्रस्ताव को लेकर प्रस्तुतीकरण किया गया। इसमें बताया गया कि दारुलशफा और उसके अगल-बगल की जमीन पर नया विधान भवन बनाने से यातायात समेत कई तरह की समस्याएं आएंगी। कई भवनों को ध्वस्त करना पड़ेगा।