मऊ की घोसी विधानसभा के उपचुनाव में काउंटिंग चल रही है। रिजल्ट दोपहर तक आ जाएगा। इस रिजल्ट पर क्षेत्रीय दलों से लेकर कई नेताओं की राजनीति का भविष्य टिका है। दारा सिंह चौहान की अगर जीत हुई तो उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। इस विस्तार में ओपी राजभर का भी मंत्री बनने का रिजल्ट आएगा।
फिलहाल, इस चुनाव में क्षेत्रीय दलों के गठबंधन के सफल फॉर्मूले का भी रिजल्ट माना जा रहा है। घोसी विधानसभा चुनाव में सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव की ताकत लगाने के बाद चुनाव रोचक हुआ। वहीं, 2022 के विधानसभा चुनाव से 8% कम मतदान होने से भी मुकाबला रोमांचक हो गया है।
अब आगे पढ़ते हैं इस चुनाव में कौन-से क्षेत्रीय दलों का भविष्य दांव पर लगा है...
सुभासपा: राजभर का दावा 50 हजार वोट से घोसी जीतेंगे
विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने सपा पर आरोप लगाते हुए गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया। कुछ ही महीने अकेले रहे और बीते जुलाई महीने में NDA गठबंधन में शामिल होने का फैसला किया। ओपी राजभर जहां NDA की गठबंधन में शामिल हुए तो वहीं दूसरी तरफ इस गठबंधन में खुद को साबित करने का एक चुनाव घोसी विधानसभा का ऐलान हो गया।
क्योंकि, बीते अगस्त महीने में सपा के बैनर से चुनाव जीते दारा सिंह चौहान ने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव का ऐलान हुआ। घोसी के उप चुनाव में बीजेपी से गठबंधन करने वाले ओपी राजभर का भविष्य तय होगा। ओपी राजभर ने मऊ जिले में 50 हजार वोट से जीतने का दावा भी किया है।