पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी दूतावास को तलब किया है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने आरोप लगाया है कि संयुक्त बयान में एकतरफा और भ्रामक संदर्भ दिए गए थे। बयान में कहा गया कि संयुक्त राज्य अमेरिका को ऐसे बयान जारी करने से बचना चाहिए जिन्हें पाकिस्तान के खिलाफ भारत के निराधार और राजनीति से प्रेरित कथन को बढ़ावा देने के रूप में माना जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के पिछले हफ्ते के संयुक्त बयान पर चिंता और निराशा व्यक्त करने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी दूतावास को तलब किया है। दरअसल, बयान में पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था कि उसके क्षेत्र का उपयोग आतंकवादी हमलों के लिए आधार के रूप में न किया जाए।
पाकिस्तान ने जारी किया बयान
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने आरोप लगाया है कि संयुक्त बयान में एकतरफा और भ्रामक संदर्भ दिए गए थे। बयान में कहा गया कि 'संयुक्त राज्य अमेरिका को ऐसे बयान जारी करने से बचना चाहिए जिन्हें पाकिस्तान के खिलाफ भारत के निराधार और राजनीति से प्रेरित कथन को बढ़ावा देने के रूप में माना जा सकता है। पाकिस्तान और अमेरिका के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग अच्छी तरह से प्रगति कर रहा है। विश्वास और समझ पर केंद्रित एक सक्षम माहौल, पाकिस्तान-अमेरिका को और मजबूत करने के लिए जरूरी है।