आज वाराणसी में गंगा दशहरा पर श्रद्धालु गंगा स्नान, दान, जप, तप, व्रत और उपवास कर रहे हैं। गंगा का धरती पर अवतरण होने वाले इस शुभ दिन पर काशी के 84 घाटों पर स्नान करने वालों की भीड़ है। घाटों पर स्नान के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालु गंगाजल से अभिषेक कर रहे हैं। आज के दिन सत्तू, घड़ा, पंखा आदि दान करने से कई गुना ज्यादा पुण्य मिलता है।
मिलेगी 10 जन्मों के पापों से मुक्ति
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि को ही गंगा दशहरा मनाया जाता है। इसी दिन गंगा धरती पर प्रकट हुई थीं। शास्त्रों में मान्यता है कि गंगा दशहरा पर गंगा स्नान करने से 10 जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है। तीन तरह के कायिक, चार तरह के वाचिक और तीन प्रकार के मानसिक दोषों का शमन होता है।
10 अंक का आज विशेष महत्व
आचार्य दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री ने कहा कि गंगा दशहरा पर 10 अंक का विशेष महत्व माना जाता है। गंगा दशहरा पर जो भी दान किया जाए, उसकी संख्या 10 होनी चाहिए। यही नहीं, पूजा के लिए उपयोग में आने वाली सामग्रियों की संख्या भी 10 हो, तो विशेष शुभ माना जाता है। मान्यता है कि आज गंगा स्नान करने से कई महायज्ञों के बराबर फल की प्राप्ति होती है।